कहीं अंधेरे से निकलती हुई एक रोशनी की किरण की तलाश है
बिना बोले मेरी हर बात को समझले एक ऐसे इंसान की तलाश है
इतनी बड़ी दुनिया मे हर किसी का अपना वजूद होता है
कोई मेरे लिए अपना वजूद मिटाने को तैयार हो जाए उसकी मुझे तलाश है
मेरे छोटे छोटे सुखों मे बड़ी सी मुस्कान की तलाश है
वो मेरे लिए और में उसके लिए हँसूँ मुझे उस "वो" की तलाश है
सारी दुनिया चली जाए अगर मुझे छोड़कर , एक वो मेरा हाथ पकड़ ले
भगवान भी हो अगर मेरे खिलाफ तो भी ना वो हाथ छोड़े , बस एक ऐसे इंसान की तलाश है
सपनो मे तो रोज़ होती ह तुमसे मुलाकात , हक़ीकत की इस दुनिया मे मुझे तेरी तलाश है........
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